top of page

जिंदगी में जब बेचैनियों का बोझ ज्यादा बढ़ जाता है तो अपने दर्द के इर्द-गिर्द घूमते अल्फ़ाज़ और उनसे बुना जाल मरहम का काम करता है। 'अल्फ़ाज़-ए-जिंदगी' में आप ऐसी रचनाएँ पढ़ेंगे जिन्हें पढ़ कर शायद आपको लगे कि ये जिंदगी के किसी न किसी पड़ाव पर आपकी हक़ीक़त यही थी। इस संग्रह में न सिर्फ दर्द की बात की गई है, बल्कि प्यार के ख़ूबसूरत एहसास का भी जिक्र किया गया है। बेबसी, जिंदगी, दर्द, निराशा और उदासी की गलियों से गुजरते हुए यहाँ ख़ुशियों से भी मुलाक़ात की है।

Alfaaz-e-zindagi / अल्फ़ाज़-ए-ज़िंदगी

₹330.00Price
Quantity
  • Anjali Sharma

    अंजलि पेशे से पत्रकार हैं। साथ ही इन्हें संगीत से भी बहुत प्रेम है। इन्होंने गुरु जम्भेश्वर से अपनी पत्रकारिता की पढ़ाई की और प्रयाग संगीत समिति से शास्त्रीय संगीत की तालीम हासिल की। लिखने का शौक इन्हें इनकी माँ से विरासत में मिला। ये अपनी लेखन शैली से लोगों के दिल तक पहुँचने की कोशिश करती हैं ताकि लोग उन जज़्बातों से रूबरू हो सकें जिन्हें वो महसूस तो करते हैं लेकिन बयान नहीं कर पाते। 

     

Related Products

bottom of page